साक्षरता की हवा चली
साक्षरता की हवा चली
आखर खुशबू छाई
पाटी-पोथी लेकर पढ़ने
लो आए लोग-लुगाई
क से कमला
अ से अनार
प से पतझड़
ब से बसंत बहार
साक्षरता से बढ़कर
नहीं कोई उपहार
गांव-शहर लहर चली
फैली आखर अरुणाई
पाटी-पोथी लेकर पढ़ने
लो आए लोग लुगाई।
साक्षरता की हवा चली
आखर खुशबू छाई
पाटी-पोथी लेकर पढ़ने
लो आए लोग-लुगाई
क से कमला
अ से अनार
प से पतझड़
ब से बसंत बहार
साक्षरता से बढ़कर
नहीं कोई उपहार
गांव-शहर लहर चली
फैली आखर अरुणाई
पाटी-पोथी लेकर पढ़ने
लो आए लोग लुगाई।
0 comments:
Post a Comment