Sunday, 13 July 2014

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बाल कविता : डी.के. पुरोहित

महापुरुषों का मेरा देश

महापुरुषों का मेरा देश
ऋषि-मुनियों का धाम
आदर्शों का पाठ पढ़ाने
आए यहां श्रीराम
गौतम की करुणा देखी
गांधी की गंगधार
यहां धर्म की ध्वजा लिए
पैदा हुए कृष्णावतार
वेदों की यहां पुनीत ऋचाएं
रामायण और गीता
पूजा जाता हिमशिखर
बहे गंगा पुनीता
त्याग,तपस्या, प्रेम
कर्म करें सदा निस्काम
महापुरुषों का मेरा देश
ऋषि-मुनियों का धाम।

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