- गायब हो सकता है। रूप बदल सकता है। किसी की लिखावट लिख सकता है। भूतकाल या भविष्यकाल में जा सकता है। किसी की भी आवाज बोल सकता है। यहां तक कि किसी भी व्यक्ति के विचार भी बदल सकता है डीके पुरोहित। लेकिन शक्तियों का संचालन हिली ग्रह से होगा।
वर्ल्ड स्ट्रीट संवाददाता. जैसलमेर। हिन्दुस्तान संवाददाता डीके पुरोहित को हिली ग्रह के लोगों ने मानसिक संदेश भेजकर कहा है कि अब हमारा विश्व विजयी अभियान फिर शुरू हो गया है।
वर्ष 1995 में हिन्दुस्तान के संवाददाता डी.के. पुरोहित का हिली ग्रह के लोगों ने अपहरण कर लिया था और उसके भीतर तरह-तरह के रसायन भर कर संकर नस्लों का विकास कर लिया था। तब हिली ग्रह के लोगों ने डीके पुरोहित को कहा था कि हम आपकी ज्ञानेंद्रियों का संचालन हिली ग्रह से करेंगे और आपको विश्व विजयी बनाएंगे। पूरे ब्रह्माण्ड में आपका राज होगा। सिकंदर तो विश्व विजयी नहीं कर पाया, मगर हम आपको विश्व विजेता बनाएंगे।
इस खबर को हिन्दुस्तान संवाददाता ने 1997 के दिसंबर माह में हिन्दुस्तान में प्रकाशनार्थ भेजी थी। 1995 में संवाददाता का अपहरण हुआ था और 1997 में उसे वापस धरती पर भेजा गया। इस खबर को हिन्दुस्तान संवाददाता द्वारा हिन्दुस्तान को भेजने के अगले दिन बाद ही हिली ग्रह ने मानसिक संदेश भेजकर कहा कि फिलहाल विश्व विजयी अभियान स्थगित कर दिया गया है। समय आने पर पुनः विश्व विजयी अभियान शुरू करेंगे।
इस खबर को हिन्दुस्तान ने प्रकाशित नहीं की।
अब हिली ग्रह ने डीके पुरोहित को मानसिक संदेश भेजकर पुनः कहा है कि अब हमारा विश्व विजयी अभियान शुरू हो गया है। फिर से डी.के. पुरोहित की ज्ञानेंद्रियों का संचालन हिली ग्रह से किया जाएगा। हिली ग्रह के लोगों ने संदेश भेजा है कि आपमें (डीके पुरोहित) कई शक्तियां भर दी गई है। आप गायब हो सकते हो। आप रूप बदल सकते हो। किसी की लिखावट लिख सकते हो। भूतकाल या भविष्यकाल में जा सकते हो और किसी की भी आवाज बोल सकते हो। यहां तक कि आप किसी भी व्यक्ति के विचार भी बदल सकते हो। लेकिन इन सभी शक्तियों का प्रयोग डीके पुरोहित खुद नहीं कर सकेगा बल्कि हिली ग्रह से ही शक्तियों का संचालन होगा।
ये खबर भेजी थी 1997 में हिन्दुस्तान को
वर्ष 1997 के दिसंबर माह में डीके पुरोहित ने हिन्दुस्तान को खबर भेज कर बताया था कि वह अपने घर की छत पर ध्यान कर रहा था। तभी एक पतंग छत पर आकर गिरी। इस पतंग से प्रकाश कोंधा और उनमें से माचीस की तिली आकार के चार आदमी निकले। वे थे-हिली वन, हिली टू, हिली थ्री और हिली फोर। उन्होंने समझाया कि हम आपके दोस्त हैं और आपको अपने ग्रह लेकर जाएंगे। आपके भीतर रसायन भर कर संकर नस्लों का विकास करेंगे और आपकी ज्ञानेंद्रियों का संचालन अपने ग्रह से करेंगे। आपके जैसे कई प्रतिरूप बनाएंगे, लेकिन आपकी अपनी विशिष्ट पहचान होगी जो केवल आप ही जान पाएंगे। इसके बाद क्या हुआ डीके पुरोहित को कुछ भी नहीं मालूम। दो साल बाद यानी 1997 में जब धरती पर आया तो यह सब घटना सपना लगा। इसी सपने को खबर बनाकर 1997 के दिसंबर माह में हिन्दुस्तान को भेजी थी। उस समय आलोक मेहता हिन्दुस्तान के कार्यकारी संपादक हुआ करते थे।
क्या कहती है राजस्थान पत्रिका की खबर
वर्ष 1997 में नवंबर या दिसंबर माह में ही राजस्थान पत्रिका में एजेंसी के हवाले से एक खबर मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित हुई थी। इस खबर का मजमून यह है कि अज्ञात ग्रह के लोग धरती पर आते हैं और सोते हुए लोगों का अपहरण कर अपने ग्रह ले जाते हैं और संकर नस्लों का विकास करते हैं। धरती के लोगों में तरह-तरह के रसायन भरे जाते हैं। यह खबर भी विज्ञान के रहस्यों पर व्यक्ति का विश्वास बढ़ाती है।
अब क्या होगा
डीके पुरोहित में अब हिली ग्रह ने कई शक्तियां भर दी है, लेकिन इन शक्तियों का उपयोग खुद डीके पुरोहित नहीं कर पाएगा, बल्कि हिली ग्रह से ही समस्त शक्तियों और ज्ञानेंद्रियों का संचालन किया जाएगा। डीके पुरोहित को अब किस तरह विश्व विजेता हिली ग्रह बनाएगा यह तो भविष्य के गर्त में है, लेकिन इस मामले को न्यूज के रूप में पाठकों के सामने पेश किया जा रहा है।
वर्ल्ड स्ट्रीट संवाददाता. जैसलमेर। हिन्दुस्तान संवाददाता डीके पुरोहित को हिली ग्रह के लोगों ने मानसिक संदेश भेजकर कहा है कि अब हमारा विश्व विजयी अभियान फिर शुरू हो गया है।
वर्ष 1995 में हिन्दुस्तान के संवाददाता डी.के. पुरोहित का हिली ग्रह के लोगों ने अपहरण कर लिया था और उसके भीतर तरह-तरह के रसायन भर कर संकर नस्लों का विकास कर लिया था। तब हिली ग्रह के लोगों ने डीके पुरोहित को कहा था कि हम आपकी ज्ञानेंद्रियों का संचालन हिली ग्रह से करेंगे और आपको विश्व विजयी बनाएंगे। पूरे ब्रह्माण्ड में आपका राज होगा। सिकंदर तो विश्व विजयी नहीं कर पाया, मगर हम आपको विश्व विजेता बनाएंगे।
इस खबर को हिन्दुस्तान संवाददाता ने 1997 के दिसंबर माह में हिन्दुस्तान में प्रकाशनार्थ भेजी थी। 1995 में संवाददाता का अपहरण हुआ था और 1997 में उसे वापस धरती पर भेजा गया। इस खबर को हिन्दुस्तान संवाददाता द्वारा हिन्दुस्तान को भेजने के अगले दिन बाद ही हिली ग्रह ने मानसिक संदेश भेजकर कहा कि फिलहाल विश्व विजयी अभियान स्थगित कर दिया गया है। समय आने पर पुनः विश्व विजयी अभियान शुरू करेंगे।
इस खबर को हिन्दुस्तान ने प्रकाशित नहीं की।
अब हिली ग्रह ने डीके पुरोहित को मानसिक संदेश भेजकर पुनः कहा है कि अब हमारा विश्व विजयी अभियान शुरू हो गया है। फिर से डी.के. पुरोहित की ज्ञानेंद्रियों का संचालन हिली ग्रह से किया जाएगा। हिली ग्रह के लोगों ने संदेश भेजा है कि आपमें (डीके पुरोहित) कई शक्तियां भर दी गई है। आप गायब हो सकते हो। आप रूप बदल सकते हो। किसी की लिखावट लिख सकते हो। भूतकाल या भविष्यकाल में जा सकते हो और किसी की भी आवाज बोल सकते हो। यहां तक कि आप किसी भी व्यक्ति के विचार भी बदल सकते हो। लेकिन इन सभी शक्तियों का प्रयोग डीके पुरोहित खुद नहीं कर सकेगा बल्कि हिली ग्रह से ही शक्तियों का संचालन होगा।
ये खबर भेजी थी 1997 में हिन्दुस्तान को
वर्ष 1997 के दिसंबर माह में डीके पुरोहित ने हिन्दुस्तान को खबर भेज कर बताया था कि वह अपने घर की छत पर ध्यान कर रहा था। तभी एक पतंग छत पर आकर गिरी। इस पतंग से प्रकाश कोंधा और उनमें से माचीस की तिली आकार के चार आदमी निकले। वे थे-हिली वन, हिली टू, हिली थ्री और हिली फोर। उन्होंने समझाया कि हम आपके दोस्त हैं और आपको अपने ग्रह लेकर जाएंगे। आपके भीतर रसायन भर कर संकर नस्लों का विकास करेंगे और आपकी ज्ञानेंद्रियों का संचालन अपने ग्रह से करेंगे। आपके जैसे कई प्रतिरूप बनाएंगे, लेकिन आपकी अपनी विशिष्ट पहचान होगी जो केवल आप ही जान पाएंगे। इसके बाद क्या हुआ डीके पुरोहित को कुछ भी नहीं मालूम। दो साल बाद यानी 1997 में जब धरती पर आया तो यह सब घटना सपना लगा। इसी सपने को खबर बनाकर 1997 के दिसंबर माह में हिन्दुस्तान को भेजी थी। उस समय आलोक मेहता हिन्दुस्तान के कार्यकारी संपादक हुआ करते थे।
क्या कहती है राजस्थान पत्रिका की खबर
वर्ष 1997 में नवंबर या दिसंबर माह में ही राजस्थान पत्रिका में एजेंसी के हवाले से एक खबर मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित हुई थी। इस खबर का मजमून यह है कि अज्ञात ग्रह के लोग धरती पर आते हैं और सोते हुए लोगों का अपहरण कर अपने ग्रह ले जाते हैं और संकर नस्लों का विकास करते हैं। धरती के लोगों में तरह-तरह के रसायन भरे जाते हैं। यह खबर भी विज्ञान के रहस्यों पर व्यक्ति का विश्वास बढ़ाती है।
अब क्या होगा
डीके पुरोहित में अब हिली ग्रह ने कई शक्तियां भर दी है, लेकिन इन शक्तियों का उपयोग खुद डीके पुरोहित नहीं कर पाएगा, बल्कि हिली ग्रह से ही समस्त शक्तियों और ज्ञानेंद्रियों का संचालन किया जाएगा। डीके पुरोहित को अब किस तरह विश्व विजेता हिली ग्रह बनाएगा यह तो भविष्य के गर्त में है, लेकिन इस मामले को न्यूज के रूप में पाठकों के सामने पेश किया जा रहा है।