खोजीः किशनलाल व्यास वैद्य, बीसीएम
आवश्यक सामग्रीः 100 पल त्रिफला चूर्ण, आवश्यकता अनुसार भांगरे का रस, 25 पल गंधक, साढ़े बारह पल शुद्ध पारा।
बनाने की विधिः 100 पल त्रिफले के चूर्ण को भांगरे के रस में सात बार भावना देकर छाया में सुख लें। बाद में 25 पल गंधक और साढ़े बारह पल पारा मिला देें।
सेवन विधिः इस आयु वृद्धि औषधि को प्रतिदिन सहत और घी में मिलाकर सेवन करें। इससे आंखों की ज्योति बढ़ती है। संपूर्ण रोगों का नाश कर आयु वृद्धि करता है।
प्रस्तुतकर्त्ता : आनंद एम वासु
आवश्यक सामग्रीः 100 पल त्रिफला चूर्ण, आवश्यकता अनुसार भांगरे का रस, 25 पल गंधक, साढ़े बारह पल शुद्ध पारा।
बनाने की विधिः 100 पल त्रिफले के चूर्ण को भांगरे के रस में सात बार भावना देकर छाया में सुख लें। बाद में 25 पल गंधक और साढ़े बारह पल पारा मिला देें।
सेवन विधिः इस आयु वृद्धि औषधि को प्रतिदिन सहत और घी में मिलाकर सेवन करें। इससे आंखों की ज्योति बढ़ती है। संपूर्ण रोगों का नाश कर आयु वृद्धि करता है।
प्रस्तुतकर्त्ता : आनंद एम वासु
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