Posted by - anand kumar vasu

जैसलमेर / डा. ललित के पंवार-सचिव पर्यटन कला संस्कृति भारत सरकार का अभिनंदन समारोह आज मरू सांस्कृतिक केन्द्र संग्रहालय में समारोहपूर्वक मनाया जायेगा। पर्यटन व्यवसाय संघ के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि अभिनंदन समारोह की अध्यक्षता लोकप्रिय विधायक छोटूसिंह भाटी करेंगे। विशिष्ट अतिथि जिला कलेक्टर एन.एल.मीणा होंगे। साथ नगर के पूर्व विधायक किशनसिंह भाटी, गोरधन कल्ला, मुल्तानाराम, डाॅ जितेन्द्रसिंह भाटी पूर्व विधायक होंगे। मंचासीन अतिथि अब्दुला फकीर, महेन्द्र व्यास एवं अशोकसिंह तंवर अध्यक्ष नगरपरिषद जैसलमेर, यू.आई.टी. के पूर्व अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, एवं नन्दकिशोर शर्मा इतिहासकार होंगे। कार्यक्रम 10 बजे मरू सांस्कृतिक परिसर में आयोजित होगा।
इतिहासकार संस्थापक मरू सांस्कृतिक केन्द्र के नन्दकिशोर शर्मा ने बताया कि त्रिवेणी (तिलवाड़ा) के बालोतरा ओद्योगिक नगरी में जन्में डाॅ पंवार राजस्थान सरकार के विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। शिक्षा, जनसम्पर्क, पर्यटन, कला, संस्कृति पंचायत आदि विभिन्नों एवं सचिवों के पदों पर कार्य करते हुवे अपनी मौलिक कार्यशैली में आपने कार्य किया। हर विभाग में अपनी योग्यता की छाप छोड़ी तथा नई दिशा एवं दशा दी। राजकीय कर्मचारी, अफसर, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी सभी को साथ लेकर चलने वाले महान व्यक्तित्व एवं कृतित्व के धनी आज भी सभी विभागों में लोकप्रिय हैं। आपकी कार्यकुशलता, व्यवहार एवं कार्यशैली के कारण भारत सरकार में आप उच्च पद पर पहुॅचे है। आज आप भारत सरकार के महत्वपूर्ण पर्यटन, कला, संस्कृति के सचिव पद पर आसीन हुवे हैं। इससे बाड़मेर जैसलमेर ही नहीं बल्कि समुचा मारवाड़ गौरवान्वित हुआ है। बदलते हुवे जैसलमेर के पर्यटन व्यवसाय से आई मंदी के कारण पर्यटन व्यवसायियों में नया जोश आ गया है। उनमें एक आशा की किरण जागृत हुई है। पंवार अपनी योग्यता से पर्यटन को नई दिशा ओर दशा देंगे।
पंवार ने जैसलमेर में नोटीफाईड ऐरिया कमेटी के अध्यक्ष पद पर कार्य करते हुवें अनेक भूमि संरक्षण हेतु पार्क बनवायें, काॅलोनियां बनाई कलाकारों को प्रोत्साहित किया तथा लोगों को रोजगार दिया। जैसलमेर नगर का सौन्दर्य कर आपके समय में जितना कार्य हुआ उतना आज तक नहीं हुआ। जैसलमेर की प्राचीन पारम्पारिक शिल्पशैली जीवंत हुई। इसमें पंवार साहब की दूरदृष्टी है। आपका यह कार्य काल जैसलमेर के इतिहास मे अपनी अलग प्रगति के अध्याय के रूप से जाना जाता रहेगा। किशनसिंह भाटी परामर्शदाता, महेन्द्र व्यास संरक्षक, बालकिशन जोशी, सांगीदान भाटिया तथा कवि तेज लोक कला विकास समिति के सदस्यों ने पर्यटन, कला संस्कृति से जुड़ी संस्थाओं ओर प्रेमियों से इस कार्यक्रम में पधारने की अपील की है।
पंवार का योगदान
इतिहासकार संस्थापक मरू सांस्कृतिक केन्द्र के नन्दकिशोर शर्मा ने बताया कि त्रिवेणी (तिलवाड़ा) के बालोतरा ओद्योगिक नगरी में जन्में डाॅ पंवार राजस्थान सरकार के विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। शिक्षा, जनसम्पर्क, पर्यटन, कला, संस्कृति पंचायत आदि विभिन्नों एवं सचिवों के पदों पर कार्य करते हुवे अपनी मौलिक कार्यशैली में आपने कार्य किया। हर विभाग में अपनी योग्यता की छाप छोड़ी तथा नई दिशा एवं दशा दी। राजकीय कर्मचारी, अफसर, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी सभी को साथ लेकर चलने वाले महान व्यक्तित्व एवं कृतित्व के धनी आज भी सभी विभागों में लोकप्रिय हैं। आपकी कार्यकुशलता, व्यवहार एवं कार्यशैली के कारण भारत सरकार में आप उच्च पद पर पहुॅचे है। आज आप भारत सरकार के महत्वपूर्ण पर्यटन, कला, संस्कृति के सचिव पद पर आसीन हुवे हैं। इससे बाड़मेर जैसलमेर ही नहीं बल्कि समुचा मारवाड़ गौरवान्वित हुआ है। बदलते हुवे जैसलमेर के पर्यटन व्यवसाय से आई मंदी के कारण पर्यटन व्यवसायियों में नया जोश आ गया है। उनमें एक आशा की किरण जागृत हुई है। पंवार अपनी योग्यता से पर्यटन को नई दिशा ओर दशा देंगे।
पंवार ने जैसलमेर में नोटीफाईड ऐरिया कमेटी के अध्यक्ष पद पर कार्य करते हुवें अनेक भूमि संरक्षण हेतु पार्क बनवायें, काॅलोनियां बनाई कलाकारों को प्रोत्साहित किया तथा लोगों को रोजगार दिया। जैसलमेर नगर का सौन्दर्य कर आपके समय में जितना कार्य हुआ उतना आज तक नहीं हुआ। जैसलमेर की प्राचीन पारम्पारिक शिल्पशैली जीवंत हुई। इसमें पंवार साहब की दूरदृष्टी है। आपका यह कार्य काल जैसलमेर के इतिहास मे अपनी अलग प्रगति के अध्याय के रूप से जाना जाता रहेगा। किशनसिंह भाटी परामर्शदाता, महेन्द्र व्यास संरक्षक, बालकिशन जोशी, सांगीदान भाटिया तथा कवि तेज लोक कला विकास समिति के सदस्यों ने पर्यटन, कला संस्कृति से जुड़ी संस्थाओं ओर प्रेमियों से इस कार्यक्रम में पधारने की अपील की है।
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