Thursday, 30 October 2014

12 महीने, 12 जिम्मेदारों से उम्मीदें



स्वागत नया साल 2015 


-डी.के. पुरोहित-

समय बीत रहा है। तेजी से। दो माह बाद नया साल स्वागत को आतुर है। नए साल में फिर नई उम्मीदें मन संजो रहा है। एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हम सबने कुछ न कुछ नया करने का संकल्प लिया होगा। प्रशासन, राजनीति, पुलिस, शिक्षा जगत, चिकित्सा और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्यों की हमें अपेक्षाएं हैं। जोधपुर संभावनाओं से भरा महानगर है। यहां हर दिन नई योजनाएं बनती है। पग-पग पर चुनौतियां हैं। जो उपलब्धियां यहां है, उन्हें सहेजते हुए आगे सपनों को बुनना है। ऐसे में कौन क्या जिम्मेदारी निभाएं, प्रस्तुत है यहां कुछ अपेक्षाएं, जो हम 12 जिम्मेदारों से नए वर्ष में लगा रहे हैं।

1.कलेक्टर डा. प्रीतम बी. यशवंत

लॉन्गटर्म टूरिज्म की चुनौती 

-शहर की मौलिक पहचान, संस्कृति और परंपरा को बचाते हुए लोंगटर्म टूरिज्म के लिए योजनाएं बनानी होंगी। शहर के विकास के लिए जितनी भी योजनाएं शुरू की गई हैं, उन्हें तेजी से पूरी करवानी होंगी। आरओबी, आरयूबी सहित हर क्षेत्र में काम निर्धारित समयावधि में पूरा करवाने के साथ ही उसकी गुणवत्ता देखनी होगी। शहर की बिगड़ी पार्किंग और ट्रैफिक व्यवस्था को दुरूस्त करना बड़ी चुनौती है।

2.संभागीय आयुक्त हेमंत गेरा

योजनाबद्ध विकास की जरूरत 

-जिम्मेदार प्रशासन का फर्ज निभाते हुए संसाधनों का समुचित उपयोग करवाते हुए सिटी का विकास करना होगा। संभाग के जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली सहित अन्य शहरों के प्रशासन को जिम्मेदार बनाना होगा। साथ ही अपने विवेक के आधार पर योजनाओं का त्वरित क्रियान्वयन करवाना होगा।

3.पुलिस कमिश्नर अशोक कुमार राठौड़

शांति व सौहार्द की जरूरत 

-शहर में अपराध बढ़ रहे हैं। हर दूसरे दिन चोरी, हर चौथे दिन लूट और हत्याएं हो रही हैं। शांति व सुरक्षा का वातावरण बनाते हुए अपराधियों पर लगाम कसनी होगी। सूर्यनगरी जिस शांति और सौहार्द के लिए जानी जाती है, उसके कलेवर को बनाए रखने की अपेक्षाएं हैं। साथ ही जनता में पुलिस के प्रति विश्वास कायम करना होगा।

4.सांसद  गजेंद्रसिंह शेखावत

शहर का विकास हो प्राथमिकता 

-नरेंद्र मोदी ने जो उम्मीद देश को जगाई है, उसकी एक कड़ी बनते हुए सांसद को जोधपुर के विकास में लगना होगा। बजट घोषणाओं को पूरा करवाते हुए शहर का सर्वांगीण विकास करवाना होगा। बिना राजनीतिक भेदभाव के 36 कौम के विकास को तत्पर रहना होगा।

5.विधायक शहर कैलाश भंसाली

रिफाइनरी लगवानी होगी 

-जिन मुद्दों पर शहर ने उन्हें दूसरी बार चुना है, उन मुद्दों पर खरा उतरना होगा। शहर भाजपा की ओर उम्मीदों भरी नजर से देख रहा है। जो काम पिछली सरकार ने अधूरे छोड़े हैं, उन्हें पूरा करना होगा। खासकर रिफाइनरी लगाने और शहर को प्राकृतिक ऊर्जा से संपन्न करने के साथ जलप्रदाय योजनाओं और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाना होगा।

6.सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास

बस्तियों का नियमन करवाना होगा 

-कई बस्तियों में बिजली पहुंचाने, कच्ची बस्तियों के नियमन करवाने और शहर की अधूरी योजनाओं को पूरा करवाने की ओर ध्यान देना होगा। नई योजनाओं को मूर्त रूप देने के साथ ही विधायक कोष का सदुपयोग करते हुए आम आदमी के हित को साधना ही उनसे अपेक्षित है।

7.सरदारपुरा विधायक अशोक गहलोत

जनोपयोगी योजना बंद न हो 

- अशोक गहलोत पूर्व मुख्यमंत्री है। दो बार प्रदेश की बागडौर संभाल चुके हैं। वे अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। उनसे अपेक्षाएं हैं कि उन्होंने जो योजनाएं शुरू की उसे सुचारू रखवाएं और जिन योजनाओं पर वे काम करना चाहते थे, उन्हें भी शुरू करवाएं। इस बार विपक्ष का नेता विधानसभा में नहीं हैं, लेकिन अपनी उपस्थिति को बताते हुए सरकार का ध्यान अपने गृहनगर की ओर खींचें और लोगों के सपने पूरे करवाएं।

8.कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हाईकोर्ट सुनील अंबवानी

पारदर्शी फैसले हों 

-राजनीति, नौकरशाही पर लगाम कसने और आम आदमी के साथ न्याय करने की महत्ती जिम्मेदारी न्यायपालिका की है। ऐसे में हर आदमी आशा भरी नजरों से देख रहा है। न्यायपालिका ने अपनी जिम्मेदारी हर हाल में निभाई है। ऐसे में जोधपुर जैसे स्थान पर जहां हाईकोर्ट है, मुख्य न्यायाधीश की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। हर क्षेत्र में पारदर्शी फैसले और न्याय के लिए उनसे शहर, प्रदेश और देश की नजर है।

9.आयुक्त नगर निगम हरिसिंह राठौड़

शहर को साफसुथरा बनाने की जिम्मेदारी 

-महापौर के साथ मिलकर शहर के विकास पर ध्यान देना होगा। जोधपुर में सफाई के जिस मुद्दे पर आमिर खान ने बहस छेड़ी थी, उसे सार्थक करना होगा। जोधपुर महानगर है, मगर यहां गंदगी का साम्राज्य है। ऐसे में नगर निगम के आयुक्त के रूप में राठौड़ को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभानी होगी। अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करवाना होगा।

10 आयुक्त जेडीए भूराराम चौधरी 

मास्टर प्लान बनाना चुनौती 

-शहर का मास्टर प्लान बनाना और उसे लागू करवाना जेडीए की जिम्मेदारी है। इसके लिए आयुक्त चौधरी को ध्यान देना होगा। शहर की सड़कें उधड़ी हुई हैं। यहां तक की खजाना खाली होने की वजह से ठेकेदारों को भी भुगतान नहीं हो रहा है। ऐसे में आयुक्त को नई योजनाएं बनाकर खजाना भरना होगा और शहर की सड़कों की मरम्मत व निर्माण करवाना होगा। 

11 प्रिंसिपल एसएन मेडिकल कालेज केसी अग्रवाल

अस्पतालों की व्यवस्थाएं सुधारनी होगी 

-शहर के तीनों बड़े सरकारी अस्पताल और सैटेलाइट अस्पतालों की व्यवस्थाएं सुधारना चुनौती हैं। डाक्टरों को रोगियों और उनके परिजनों के प्रति जिम्मेदार बनाना। रेजिडेंट्स को अनुशासित करने और उन्हें उनकी जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करना बड़ा मुद्दा है। अस्पतालों में आए दिन होने वाले झगड़ों को रोकना और मेडिकल कालेज में रैगिंग जैसी घटनाएं न हों, इसके लिए सख्त कदम उठाने होंगे।

12 जेएनवीयू कुलपति प्रो. भंवरसिंह राजपुरोहित

शिक्षा का आदर्श वातावरण बनाना होगा 

-जयनारायण व्यास विवि राजस्थान का दूसरा बड़ा विश्वविद्यालय है। यहां शिक्षा का माहौल सकारात्मक बनाने के साथ ही छात्र हित में प्रशासनिक निर्णय लेने की जरूरत है, ताकी स्टूडेंटृस आए दिन हड़ताल की डगर पर न चलें। समय पर परीक्षाएं करवाना, समय पर रिजल्ट और नियमित क्लासों सहित अन्य जिम्मेदारियां निभाना जिम्मेदार प्रशासक के नाते उनसे अपेक्षित हैं। 


Monday, 27 October 2014

सरहद पार से आ रहा है तस्करी का सोना और नकली नोट

-थार एक्सप्रेस में आए दिन पकड़ा जा रहा है सोना और नकली नोट, खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि हेरोइन की तस्करी में लगा है पाकिस्तान

-डी.के. पुरोहित-

दीपोत्सव के दो दिन में सरहद पार से एक करोड़ से अधिक का सोना आया है। कस्टम विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यह सोना पकड़ा है। इसके साथ ही नकली नोट भी भारत आ रहे हैं। अब खुफिया एजेंसियां सक्रिय हुई है और उन्हें अंदेशा है कि आगामी दिनों में पाकिस्तान हेरोइन की खेप भेजने की साजिश रच रहा है। पाकिस्तान में बैठे एजेंट थार एक्सप्रेस को मुफीद मान रहे हैं। भारत में जो तस्कर पर्यटन और होटल व्यवसाय में लगे थे, वे सक्रिय हो गए हैं और जिन्होंने कुछ समय से तस्करी छोड़ दी थी, वे भी फिर से इस धंधे में लग गए हैं।

दीपावली के त्योहार के मौके पर थार एक्सप्रेस से सरहद पार से एक करोड़ रुपए से अधिक का सोना भारत भेजा गया। पाकिस्तान के नागरिक अपने रिश्तेदारों से मिलने के बहाने भारत आए और अपने साथ सोना भी लाए। थार एक्सप्रेस में हालांकि सख्त जांच होती है, मगर फिर भी खुफिया एजेंसियों को चकमा देते हुए सोना भारत तक पहुंच गया। यहां कस्टम के प्रयासों से तस्करी का सोना पकड़ा गया। पाक नागरिक विभिन्न तरीकों से सोना अपने साथ ला रहे हैं। 

अब हेरोइन लाने की तैयारी!

खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि पाकिस्तान हेरोइन की बड़ी खेप भेजने में लगा है। बाड़मेर व जैसलमेर में पुराने तस्कर फिर से सक्रिय हो गए हैं। गौरतलब है कि जैसलमेर में कई तस्करों ने आपराधिक गतिविधियों को छोड़कर दूसरे कारोबार की ओर रुख किया है। लेकिन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई एक बार फिर हेरोइन की तस्करी में जुट गई है। वह युवाओं को भी इस आपराधिक कारोबार से जोड़ने की कोशिश कर रही है. 

‘दूध का दूध पानी का पानी’ अभियान के बहाने अपनी बिक्री बढ़ाने में लगी सरस डेयरी


-थैलीबंद दूध शुद्धता की गारंटी नहीं, मिलावट का गोरखधंधा किसी भी स्तर पर हो सकता है


-डी.के. पुरोहित-

जोधपुर. शहर में बिकने वाले मिलावटी दूध से उपभोक्ताओ को बचाने के लिए सरस डेयरी ने ‘दूध का दूध पानी का पानी’ अभियान शुरू किया है। इसके तहत पहले ही दिन 21 में से 15 सैंपल फेल हो गए। यानी दूध मिलावटी मिला। लेकिन इसका दूसरा पहलू यह है कि सरस डेयरी अपने दूध की बिक्री बढ़ाने के लिए यह स्टंटबाजी कर रही है। गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह में सरस डेयरी के दूध और अन्य प्राडक्ट में 10 से 18 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है।

दिसंबर 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को मिलावटी दूध के गोरखधंधे पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। तब जज ने तल्ख टिप्पणी की-क्या साइनाइड मिला दूध पीने से मौतें होने के बाद मिलावटी दूध पर रोक लगाई जाएगी। तब जज ने मिलावटी दूध के लिए उम्र कैद की सजा देने की मांग की थी।

पानी मिले दूध में सजा का प्रावधान नहीं, केवल जुर्माना

गौरतलब है कि पानी की मिलावट किया दूध अगर कोई बेच रहा है तो इस तरह के मामलों में 5 हजार रुपए तक के जुर्माने का ही प्रावधान है, सजा नहीं दी जा सकती। स्वास्थ्य के प्रति घातक रसायन यदि दूध में मिलावट किए जाए तो सजा का प्रावधान है, लेकिन इसमें भी कानून की गलियों से निकलते हुए अपराधी छूट जाते हैं। 

थैली बंद दूध का मतलब यह नहीं कि शत प्रतिशत शुद्ध

सरस भलेही अपने दूध को शुद्ध बता रहा हो, मगर थैलीबंद दूध का मतलब यह नहीं कि वो शत प्रतिशत शुद्ध है। क्योंकि असामाजिक तत्व और स्वार्थी लोग इंजेक्शन लगाकर भी इसमें मिलावट कर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं। तीन साल पहले खुफिया एजेंसियों ने थैलीबंद दूध में सफेद आयल पेंट, फिनाइल, नशीले पदार्थ और स्वास्थ्य की दृष्टि से घातक रसायन मिलाने की चेतावनी दी थी।

चौहटे के दूध पर भी उठने लगी अंगुलियां

शहर की संस्कृति यह है कि चौहटे के दूध पर आंख मूंदकर लोग विश्वास करते हैं। यह शुद्धता की गारंटी मानी जाती है, लेकिन अब इस दूध पर भी सवालिया निशान लग गए हैं। जानकार बताते हैं कि शहर में दो दर्जन स्थान पर चौहटे का दूध बिकता है, लेकिन कई जगह दूध में मिलावट है। 

तो क्या अपने प्राडक्ट की बिक्री बढ़ाने की साजिश है?

सरस डेयरी ने ‘दूध का दूध पानी का पानी’ अभियान चालू कर यह बताने की कोशिश की है कि उसका दूध और प्राडक्ट शुद्ध है, लेकिन इसके पीछे का खेल अभी लोग समझ नहीं पा रहे हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो पाएंगे कि यह सब सरस डेयरी की अपना दूध और प्राडक्ट बेचने की साजिश है। यह नहीं कहा जा सकता कि बाजार में बिक रहा दूध शत-प्रतिशत शुद्ध है, लेकिन सरस अपने प्राडक्ट की विश्वसनियता बढ़ाने के बहाने शहरवासियों को गुमराह कर रहा है। पिछले एक सप्ताह में सरस के प्राडक्ट में 10 से 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसके पीछे भी सरस के अभियान को एक फेक्टर माना जा रहा है। 
  


Monday, 6 October 2014

आंसू आते तो...


गीतः डी.के. पुरोहित

आंसू आते तो दर्द
धारा में बह जाता
शब्दों को गले लगाती
तो दर्द गीतों में ढल जाता

अपने हिस्से में तन्हाई है
विरह है, वेदना है, रुसवाई है
वो क्या चले जहां से
इधर कुआं, उधर खाई है

अकेला मन मजबूर
जिम्मेदारी छोड़ कहां जाता
आंसू आते तो दर्द
धारा में बह जाता।

कल से मैं अनजान हूं
हालातों से परेशान हूं
सब सहना होगा हमें
उनकी परछाई का दामन हूं

खामोश है रिसते रिश्ते 
मन किससे बतियाता
आंसू आते तो दर्द
धारा में बह जाता।

लब पर हंसी खो गई
आंसू पत्थर बने, रोशनी खो गई
किस से करें अब शिकवा
उनके जाने से अकेली हो गई

जीवन लंबा है, गहरा है
तू ही सत रखना मेरे दाता
आंसू आते तो दर्द
धारा में बह जाता।

मौत आएगी, सबको आएगी
किसी को जल्दी या देर आएगी
जब दरकती है कहीं जिंदगी
सोचा न था ऐसे रुलाएगी

कैसी परीक्षाएं अब देनी होंगी
मौका भी न देता विधाता
आंसू आते तो दर्द
धारा में बह जाता।  

दीये को गले लगाया


गीतः डी.के. पुरोहित

रोशनी की तलाश में
दीये को गले लगाया
खूब पछताए हम, जब
दीप तले अंधेरा पाया

यहां जो दिखता है
मृग मरीचिका का घर है
जो जितना बलवान है
उसी के भीतर डर है

हमने बनाई अपनी पहचान
जब-जब खुद को मिटाया
रोशनी की तलाश में 
दीये को गले लगाया

समय रुकता नहीं दीवार से
जीवन भागा जाए रे
थोड़ी दूर चले ही थे
उसके घर का बुलावा आए रे

सपनों की कंदराओं में
खुद को अकेला पाया


रोशनी की तलाश में

दीये को गले लगाया

क्षण-क्षण क्षय सांसे होती
अब माटी रही पुकार
पहले खुले हाथ लुटाया
अब करने लगे विचार

चिडि़या खेत चुग गई सारा
रे मन अब क्यूं पछताया


रोशनी की तलाश में
दीये को गले लगाया


अनंत आसमां की छाती पर
बादलों का गहन डेरा
सूरज कब तक छुपा रहता
आखिर छंटता है अंधेरा

सुख-दुख धूप-छांव समान
है इंद्रधनुषी यह माया


रोशनी की तलाश में
दीये को गले लगाया। 


पल भर का अंधेरा है


गीत: डी.के. पुरोहित

शाम के सिरहाने
सुबह का डेरा है
थोड़ा इंतजार कर
पल-भर का अंधेरा है

आशा का दामन थाम
भरोसा वक्त का कर
परिस्थितियां विपरीत हो
मन से निकाल दे डर

मंजिल मिलेगी जरूर
समय अब तेरा है
थोड़ा इंतजार कर
पल-भर का अंधेरा है

दर्द तो जीवन का हिस्सा है
इसे स्वीकार कर
संकट आते-जाते रहते
आंसू का प्रतिकार कर

संभल-संभल कर चल
सूरज पर बादल का घेरा है
थोड़ा इंतजार कर
पल-भर का अंधेरा है

रुकती नहीं नदी की धार
पत्थरों के आने से
जीवन नहीं ठहरता
किसी के आने-जाने से

अमावस है, बेशक चांद नहीं
गगन में तारों का बसेरा है
थोड़ा इंतजार कर 
पल-भर का अंधेरा है।

दीपावली को लेकर बाजार में बूम, 60 करोड़ का होगा कारोबार


-धनतेरस की तैयारियां, व्यापारियों में उत्साह

-आनंद एम. वासु-

जैसलमेर गोल्डन सिटी जैसलमेर में दीपोत्सव को लेकर बाजार तैयार है। इस बार धनतेरस पर 60 करोड़ रुपए से अधिक कारोबार की उम्मीद है। पर्यटकों की आवक अच्छी हो रही है। ऐसे में होटल, रेस्टोरेंट और हैंडीक्राफ्ट व्यवसाय में अच्छा बिजनेस होने का अनुमान है।

इन दिनों बंगाली पर्यटक काफी तादाद में आए हैं और आ  रहे हैं। गुजराती पर्यटकों से भी बाजार में बूम है। विदेशी सैलानियों की तादाद भी अच्छी देखी जा सकती है। दीपावली पर बाजार में धनलक्ष्मी की बारिश होना तय है। पिछले दो दशक से जैसलमेर में पर्यटन कारोबार को पंख लगे हैं। सौ से अधिक होटलों, रेस्टारेंट, गेस्ट हाउस से कारोबार बढ़ा है। इस बार दीपावली पर अच्छा कारोबार होने की उम्मीद में व्यापारी भी खुश हैं।

ऐसा होगा कारोबार

इलेक्ट्रिकलः 10 करोड़
कंप्यूटर-मोबाइलः 10 करोड़
किरानाः 9 करोड़
कपड़ाः 3 करोड़
होटलः 9 करोड़
हैंडीक्राफ्ट व अन्यः 3 करोड़
वाहन-ज्वैलर्सः 12 करोड़
बर्तनः 2 करोड़
पटाखेः 1.5 करोड़
मिठाई व अन्यः 1 करोड़
कुलः 60.50 करोड़ (बाजार के रुख को देखते हुए अनुमान)

धनतेरस पर गोल्ड खरीदने की परंपराः 

जैसलमेर में दीपोत्सव की रंगत धनतेरस से शुरू हो जाती है। धनतेरस पर गोल्ड खरीदने की परंपरा आज भी निभाई जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में गृहिणियां इस दिन अपनी हैसियत के अनुसार कुछ न कुछ सोने के आभूषण अवश्य खरीदती हैं। इसके साथ ही बर्तन कारोबार में भी पिछले एक दशक से बढ़ोतरी हुई है।

पर्यटकों के आने से गुलजार हो रही दीवालीः

पिछले डेढ़ दशक में दीपावली पर्यटकों के आने से गुलजार हो रही है। पर्यटन कारोबार तेजी से बढ़ा है। बंगाली और गुजराती पर्यटकों की वजह से मार्केट में जैसे धनवर्षा होने लगी है। जैसलमेर में कुबैर की तरह धन आने लगा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण होटल कारोबार है। पिछले एक दशक में होटल व्यवसाय में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। तीन दर्जन से अधिक बड़ी होटलें खुल गई हैं। दीपावली पर फुल सीजन रहता है। ऐसे में बाजार में चहल-पहल रहती है।

आधुनिकता की दौड़ में महानगरों सा माहौलः

पर्यटन कारोबार में बढ़ोतरी का असर यह हुआ है कि जैसलमेर में महानगरों सा माहौल है। फैशन, परंपरा और टेक्नोलाजी के मायने बदल रहे हैं। उदाहरण की तौर पर बरमूड़ा जैसा छोटा आइटम भी दो हजार रुपए तक में मिल रहा है। हर हाथ में महंगे से महंगे मोबाइल है। दुपहिया, तिपहिया और फोरव्हीलर की संख्या पिछले पांच साल में खासी बढ़ी है। अब एलईडी, एलसीडी, कंप्यूटर और इलेक्ट्रिकल आइटम हर घर की शोभा बढ़ा रहे हैं।

रोशन होगा दीपोत्सवः

इस बार दीपोत्सव उत्साह से रोशन होगा। बाजार में उत्साह है। कर्मचारियों को बोनस मिलने से बल्ले-बल्ले है। माहौल उत्साहजनक है। छोटा-बड़ा हर व्यवसायी तैयार है। तो आप भी हो जाइए तैयार-दीपोत्सव के स्वागत में।