वाशिंगटन (एजेंसी)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की जान को खतरा है। अमेरिकी गुप्तचर डेरिस विल हिल की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सोनिया गांधी ने अपने बेटे राहुल की जान को खतरा देखते हुए उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष पद से दूर किया और खुद अध्यक्ष बन गईं। हिल ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट के आधार पर कहा है कि तालिबान के जरिए राहुल को निशाना बनाया जा सकता है।
हिल की रिपोर्ट में बताया है कि किसान आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ घट रहा है। जगह-जगह उनकी आलोचना हो रही है। ऐसे में वे
नहीं चाहेंगे कि अगला प्रधानमंत्री राहुल गांधी बने। जब तक गांधी परिवार राजनीति में
है तब तक देश में उनकी अनदेखी नहीं की जा सकती। रिपोर्ट के मुताबिक सोनिया गांधी परिपक्व
नेता है और राहुल में अभी समझ की कमी है और वो उत्साहित अधिक है। अपने बेटे की जान
काे खतरा देखते हुए ही वह खुद कांग्रेस अध्यक्ष बनने को तैयार हुई। रिपोर्ट में कहा
गया है कि राहुल गांधी को तालिबान मामले से दूर रहना चाहिए। श्रीलंका में लिट्टे के
खिलाफ राजीव गांधी ने सेना भेजी थी तो उन्हें जान से हाथ धोना पड़ा था। इस मुद्दे पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि राहुल के प्रति कोई दुराग्रह
नहीं है और ना ही कोई साजिश रच रहे, लेकिन यह बात उन्हें भी पता है कि राहुल पर आतंकवादी
संगठनों की नजर है। ऐसे में तालिबानी आतंकवादियों पर भरोसा नहीं किया जा सकता। रिपोर्ट
में कहा गया है कि राहुल तालिबान के निशाने पर है। राहुल की हत्या के लिए मारा मोनाई
गनी शाह नाम के एक व्यक्ति को जिम्मेदारी दी गई है। अगले छह महीने राहुल के लिए परेशानी
भरे हो सकते हैं।
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