Tuesday, 16 December 2014

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पाक में नापाक हमला, सेना की स्कूल में 132 बच्चों को आतंकियों ने मार गिराया

-दुनिया भर में लोग दुखी हैं। हर व्यक्ति इस वारदात की चर्चा कर रहा है। इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाले तालिबान ने पूर्व में मलाला पर भी हमला किया था।

जोधपुर. खबर पूरी दुनिया को झकझोर कर रख देने वाली है। यह आम दिन था। मंगलवार को सब कुछ सही चल रहा था। अचानक कुछ ऐसा दरका कि मानवता शर्मशार हो गई। पाकिस्तान में सेना के एक स्कूल पर आतंकी हमला हुआ। आतंकियों ने एक-एक कर 132 बच्चों को मार डाला। बच्चे मेज पर सिर झुकाए बैठे रहे, आतंकी एक-एक को सिर में गोलियां मारते रहे। आठ घंटे तक चली गोलीबारी के बाद सेना ने सभी छह आतंकियों को मार डाला।

सुबह के कोई 11 बज रहे थे। स्कूल शुरू ही हुआ था। कुछ कालांश हो गए थे। बड़ी क्लास के बच्चे परीक्षा में व्यस्त थे। कुछ बच्चों को आर्मी के डॉक्टर स्वास्थ्य संबंधी सलाह दे रहे थे। अचानक पीछे का दरवाजा तोड़कर आतंकी स्कूल में घुसे। कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले गोलियों की आवाज गूंजी। हर कोई भयभीत हो गया। बच्चे तो कुछ समझ ही नहीं पाए। टीचर्स ने दरवाजे बंद कर दिए। मगर आतंकी दरवाजा तोड़कर घुस गए। बच्चों को पंक्तिवार खड़ा कर दिया और गोलियों से भून दिया। इस नापाक हमले में 132 बच्चों की मौत हो गई, वहीं कई घायल हो गए। जिस समय स्कूल में आतंकी आए उस दौरान स्कूल में करीब 1500 बच्चे थे। यह वारदात दुनिया में सबसे वीभत्स और मानवता को झकझोर देने वाली है। दुनिया भर में लोग दुखी हैं। हर व्यक्ति इस वारदात की चर्चा कर रहा है। इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाले तालिबान ने पूर्व में मलाला पर भी हमला किया था।

पौने घंटे चला खूनी खेल:

स्कूल में खूनी खेल करीब पौने घंटे तक चला। हर ओर लाशें बिछी थी। हर कोई भयभीत। चीत्कारें सुनाई दे रही थीं। पैरेंट्स को पता चलते ही वे बदहवास स्कूल और अस्पताल पहुंच रहे थे। बच्चों को मालूम ही नहीं चला कि क्या हो रहा है। टीचर्स भी माजरा समझ नहीं पाए। जैसे-तैसे दरवाजे बंद किया, मगर आतंकी दरवाजा तोड़कर अंदर आ गए।


पाकिस्तान में आतंक, पाकिस्तान से आतंक:

इस वारदात के बाद यह कहें कि पाकिस्तान में आतंक का डेरा है और पाकिस्तान से ही आतंक का संचालन होता है, गलत नहीं है। चाहे भारत में आतंकी घटनाएं हों या विदेश में। अमेरिका तक में हुए आतंकी हमलों में पाकिस्तान की भूमिका संदिग्ध रही हैं। ओसामा बिन लादेन भी अंतिम समय में पाकिस्तान की जमीं पर डेरा डाले हुआ था। अमेरिका सहित संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों को यह समझ लेना चाहिए कि पाकिस्तान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। मरना-मारना वहां की परंपरा बन गई है। कब तख्ता पलट हो जाए, कहा नहीं जा सकता। वहां सिरफिरे लोग सरकार चला रहे हैं। किसी को आम जनता से मतलब नहीं है, वहां पर संगीन का शासन है। इतिहास गवाह है, पाकिस्तान में आतंक का ही शासन रहा है।


तो क्या अब फिर तख्ता पलट की तैयारी:

पत्रकार आनंद एम. वासु का मानना है कि पाकिस्तान में इस वारदात के बाद तख्ता पलट की आशंका बलवती हो गई है। वासु ने बताया कि सेना के पास बड़ा कारण है। इस वारदात के बाद सेना में गुस्सा है। सेना अपने हाथ में व्यवस्था ले सकती है। इस वारदात के बाद कहा जा सकता है कि पाकिस्तान में अराजकता का शासन है।

भारत में हाईअलर्ट:

इधर खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली, मुंबई, बैंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, गोवा, इंदौर, जयपुर और कोलकाता सहित कई शहरों में हाईअलर्ट कर दिया है।    

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